कानपुर: नगर निगम का खजाना खाली होने से अगले माह वेतन व पेंशन बांटने के लाले पड़ जाएंगे। चालू वित्तीय वर्ष के डेढ़ माह होने के बाद भी वसूली करना दूर अभी तक हाउस टैक्स के बिल तक नहीं भेजे गए हैं। वेतन व पेंशन के लिए बांटने के लिए शासन से हर माह मात्र 22 करोड़ रुपये मिलते हैं, जबकि वेतन व पेंशन में बांटने में 30 करोड़ रुपये की जरूरत पड़ती है। इस हिसाब से हर माह आठ करोड़ रुपये नगर निगम देता है।
नगर निगम निधि खाली होने के चलते पिछले आठ माह से विकास कामों पर रोक लगी हुई है। केवल अवस्थापना निधि व 14 वें वित्त आयोग से विकास काम हो रहे हैं। पार्षद कोटे के काम भी नगर निगम अवस्थापना निधि से करा रहा हैं। इसके चलते नगर निगम में छोटे-छोटे विकास काम कराने के लाले पड़ गए हैं।
वसूली बढ़ाने के लिए अपर नगर आयुक्त अमृत लाल बिंद ने टैक्स से जुड़े अफसरों व कर्मचारियों को आदेश दिए है कि हर हाल में वसूली बढ़ायी जाए। ताकि अगले माह वेतन व पेंशन बांटने में दिक्कत न आए। अप्रैल पेड मई का वेतन व पेंशन तीन दिन बाद बंट पाया है। अगर वसूली आठ करोड़ इस माह नहीं हुई तो 12800 अफसरों व कर्मचारियों को मई पेड जून का वेतन व पेंशन देने के लाले पड़ जाएंगे। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि अफसरों व कर्मचारियों को वसूली तेज करने के आदेश दिए है ताकि दिक्कत न आए।